गुजरात की वो जगह जहां शाम ढलने के बाद जो गया, लौट कर नहीं आया

गुजरात की वो जगह जहां शाम ढलने के बाद जो गया, लौट कर नहीं आया

भारत में ऐसी बहुत सी जगहे है जहा पर भूत प्रेत का पाया जाना आम सी बात है. भूत प्रेतों की कहानिया हमेशा से ही लोगो को अपनी तरफ आकर्षित करती है. वैसे तो आपने बहुत सी भूतो की कहानिया सुनी होंगी पर आज हम आपको जो कहानी बताने जा रहे है उसे सुन कर आप सन्न रह जाएंगे. जी हां आज हम आपको बताने जा रहे है गुजरात शहर की एक ऐसी कहानी जिसे पढ़ कर आप चौंक जाएंगे. मगर लोग कहते हैं कि गुजरात का वो समंदर का किनारा…वो बीच…और उसी बीच पर जश्न मनातीं कुछ अदृश्य शक्तियां हैं। ऐसी शक्तियां जो इंसानों से अलग हैं।



शाम ढलने के बाद उस बीच पर इंसानों का आना जाना वर्जित हो जाता है…चमकती रात में चमकती हैं उन अदृश्य शक्तियों की मौजूदगी और बसंती शाम में समंदर के खारे जल में उभरती चली आती हैं कुछ परछाइयां।लोगो का मनाना है की यहाँ पर प्रेतों का वास है और वो हर रात को इकठे हो कर अपनी शक्तियों का जश्न मनाते है.

इस बीच का नाम ‘दमस बीच’ है जहा पर दिन को प्रेमी युगलो का आना जाना लगा रहता है पर रात होते होते ये जगह पूरी तरह से खाली हो जाती है. स्थानीय लोगो का कहना है की रात होने पर यहाँ रूहो का बसेरा हो जाता है. इसलिए इस जगह पर रात को ठहरना ठीक नहीं है. कहा जाता है की भूतो के बसेरे की वजह से यहाँ पर रेत सफेद नहीं बल्कि काली है. सूरत से 20 किलोमीटर दूर दमस या डुमस नाम के इस बीच को लवर्स का फेवरेट बीच कहा जाता है। दिन भर यहां कपल्स के साथ साथ पर्यटक आते रहते हैं। मगर यहां स्थानीय लोग भूतों की कहानी को इतने दावे के साथ बताते हैं कि न चाहते हुए भी एक अनजाना सा खौफ दिल में पैबस्त हो जाता है।

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