लगता है इस देश में सिर्फ नरेंद्र मोदी की सरकार के खिलाफ और खुद को सेक्युलर कहने वालो के लिए ही जगह है क्यूंकि ये लोग चाहे तोह किसी को भी कुछ भी कह सकते है आरोप लगा सकते है पर अगर आप इनके बारे में कुछ कह दे to इनकी आज़ादी पर अंकुश लग जाता है. अभी रविश कुमार जोकि मोदी सरकार पर काफी हमलावर रहते है
और हमेशा ये शिकायत करते है की मोदी के प्रशंसक उन्हें गालिया देते है तब कुछ नहीं बोलते जब उनके समर्थक हर एक उस व्यक्ति को गाली देते है जो उनके खिलाफ बोलता है. एक ऐसा ही उदहारण हमें कल देखने को मिला जब सुधीर चौधरी ने अपने ट्वीट में रविश की आलोचना करते हुए कहा की रवीश कुमार और उनके भाई के राजनैतिक करियर पर इन शब्दों में अपना मत दिया…”He has himself exposed the nexus. नेता-पत्रकार भाई भाई.पत्रकारिता छोड़कर नेतागीरी में आ जाओ और खुल कर खेलो।छुप-छुप कर क्यों? “
इतना कहने की देर थी इक्क रविश आर्मी ने सुधीर को अपशब्द बोलने शुरू कर दिए. किसी यूजर ने कहा की सुधीर बीजेपी का पालतू कुत्ता है . और किसी ने कहा की रविश असली पत्रकार है और सुधीर तो बीजेपी के हाथो से बिक चूका है.